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Wednesday, 26 October 2022

शाम का मिजाज...

"संगताना दो मित्र का उनके बीच बातचीत का"
जिस पर मेरा प्रयास...!!
शाम का मिजाज...
😍
मौसम भी  आज  मौका भी है,
फुर्सत  में  आज  लम्हा भी है।
चलो  मस्ती  में  हम  खो जाएं,
तीन गिलास एक खम्भा भी है।

सांझ ढ़ले  एक मित्र भी आए, 
काजू बादाम चखना ले आए।
ऐसे तो मौज  कहां  जीवन में,
आज मस्ताना  शाम हो जाए।

दूर कहीं नहीं  और  बैैठना है,
आड़ झाड़  कहीं बैठ लेना है।
मस्ती में कहीं रोड़ा नहीं आए,
इसका ख्याल पहले करना है।
"धीर"
खम्भा= शराब की बोतल।
रोड़ा = पत्नी।
#हृदयवंदन

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