समय गुरू होता...
🍁🍁
समय गुरू होत बलवान,
कहे सुने से नहीं हो ज्ञान।
सच्चा ज्ञान तभी होता है,
ठोकर पाता जब इंसान।
ऐसी समझ के कम होते,
बातें ज्ञान की समझ पाते।
सही और अच्छी यही बात,
ठोकर से कामयाबी आते।
जो अड़ते हैं अड़े रहने दो,
अपने मन की कर लेने दो।
बुद्धि शुद्ध तभी निखरेगा,
संघर्ष का बोध तो होने दो।
लिखा नसीब में वही होता,
तदनुसार जीवन चलता।
जीवन के महत जानने दो,
तभी सुखद सुन्दर होता।
अपने करम करते जाओ,
उसका उस पर तुम छोड़ो।
कब तक पीछे पड़े रहोगे,
सोच बेचैन अपने रहोगे।
🍁🍁
✒.....धीरेन्द्र श्रीवास्तव "धीर"
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.