आओ मिलेकर गीत लिखें"
🍁🍁 विद्या-गीत
प्रीत रीत मन मीत लिखें।
आओ मिलकर गीत लिखें।
खुशियाँ सबके जीवन में हो।
दुखी कोई नहीं जग में हो।
प्रीत की रीत चलो निभायें।
सुखी जीवन अपना बनायें।
🍁🍁 विद्या-गीत
प्रीत रीत मन मीत लिखें।
आओ मिलकर गीत लिखें।
खुशियाँ सबके जीवन में हो।
दुखी कोई नहीं जग में हो।
प्रीत की रीत चलो निभायें।
सुखी जीवन अपना बनायें।
आओ मिलकर गीत लिखें।
प्रीत रीत मन मीत लिखें।
आओ मिलकर गीत लिखें।
स्वछंद आजाद जीवन अपना।
आदर सत्कार संस्कार अपना।
भेद भाव मन विद्वेष ना आये।
डर खौफ जहां से मिटाये।
आओ मिलकर गीत लिखें।
प्रीत रीत मन मीत लिखें।
आओ मिलकर गीत लिखें।
गम की बदरी अब ना छाये।
खुशहाली की आहट आये।
मन से मन के दूरी मिटाये।
स्वस्थ सुखी जहान बनाये।
आओ मिलकर गीत लिखें।
प्रीत रीत मन मीत लिखें।
आओ मिलकर गीत लिखें।
आओ मिलकर गीत लिखें।
स्वछंद आजाद जीवन अपना।
आदर सत्कार संस्कार अपना।
भेद भाव मन विद्वेष ना आये।
डर खौफ जहां से मिटाये।
आओ मिलकर गीत लिखें।
प्रीत रीत मन मीत लिखें।
आओ मिलकर गीत लिखें।
गम की बदरी अब ना छाये।
खुशहाली की आहट आये।
मन से मन के दूरी मिटाये।
स्वस्थ सुखी जहान बनाये।
आओ मिलकर गीत लिखें।
प्रीत रीत मन मीत लिखें।
आओ मिलकर गीत लिखें।
🍁🍁
✒....धीरेन्द्र श्रीवास्तव "धीर"
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