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Monday, 17 May 2021

माँ और सासू माँ....

                           ।।माँ और सासू माँ।।
🍁🍁
दो  दिलों का मिलन हुआ,
दो   परिवार   एक  हुआ।
माँ सासू माँ, फर्क हुआ..?
                   देवी  होती  माँ  सरस्वती,
                   अन्नपूर्णा   व  पालनहार।
                      सासू माँ ही क्यों अपाढ़.?
मातृत्व  अतुलनीय होती,
दुख दर्द संतान के हरती।
सासू माँ क्या दर्द देती..?
                   ममता अनोखी माँ की होती,
                    संतान  पर न्यौछावर करती।
                     सासू माँ क्या बेजार करती.?
जहां  की  है  माँ  अनमोल,
ईश्वर   की   होती  वरदान।
सासू माँ क्या है अभिशाप.?
                   पाल पोष कर बड़ा करती,
                    हुई शादी घर आई लुगायी।
                        सासू माँ क्यों लगती परायी.?
पढ़े  लिखे ही नहीं समझते,
माँ  सासू माँ में फर्क करते।
करते न फरक सुखी रहते।
🍁🍁
✒......धीरेन्द्र श्रीवास्तव "धीर"

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