Pages

Friday, 23 April 2021

वाह रे इंसान.....

वाह रे इंसान.....
🍁🍁 
मचा   रहे   चहूओर   हाहाकार,
फेसबुक ह्वाट्सअप चैनल मार। 
बेहिचक  संकट दिखा सुनाकर,
जो जिन्दा उन्हें बीमार बनाकर।

इनको  प्रभु  पहले  ही  उठालो,
संकट  से   अवमुक्त   करा  दो।
मौत  के   ये   सौदागर  बड़े  हैं,
लाशों   पर   रोटियाँ  सेंकते  हैं।

राह असान बनें नहीं कोई आस,
समय  से  पहले  उखड़ते सांस।
सबको  अपनी  अपनी  पड़ी है,
अमर  नहीं पर सबको जीनी है।

घर   परिवार   चाहे  हो  समाज,
फर्ज    अदायगी    करे   इंसान।
दायित्वों   को    कब   समझता,
बस   एक  दूसरे  को   कोसता।

देख  सुन   मन  व्यथित  अधीर,
लिखने के सिवा करे क्या "धीर।
🍁🍁
✒....धीरेन्द्र श्रीवास्तव "धीर"

Saturday, 17 April 2021

अब देखो केवल डीडी....

अब देखो केवल डीडी....
🙄
बैठी  सुन्दर चपला लेडी,
हर चैनल पे बैईठ पेरती।
टीआरपी  टाईट जिसकी,
जुटा कर राज नेता देशी।
रम्मा झाउर करे ओझैती,
टीवी पे फिर मचे बकैती।
🙈
टीवी  मेरा   बिजली  मेरा,
समय  मेरा  रिचार्ज  मेरा।
उल्लू  उसके  बाद बनता,
मुरख डिस्प्रिन  निगलता।
अच्छाई कभी न दिखाती,
बुराई घूम घूम के नचाती।
🙊
बंद करो हल्लाबोल टक्कर,
दंगल में जनता घनचक्कर।
🙉
अब   देखो   केवल डीडी,
प्यारी डीडी अपनी डीडी।
🙄
✒.....धीरेन्द्र श्रीवास्तव "धीर"

ससुराल मायका बहू बेटी...

ससुराल मायका बहू बेटी... 🍁🍁   ससुराल मायका बहू बेटी! दोनों जहान आबाद करती। मायके से ट्यूशन गर लिया, दुखों का जाल बिछा लेती। जहां कभ...