कोरोना तेरे काल में...
♨♨
क्या से क्या हो गया!
कोरोना तेरे काल में...
पहले हम मिलते थे
मरीज से बड़े प्यार से
डर रहा इंसान, इंसान से
हैं दूर आज जग में सभी
इस कोरोना काल में।
मिलते ही खबर कोरोना
इंसान दूर हो रहा!
संवेदना भी दूर इंसान से
क्या से क्या हो गया
कोरोना काल में।
सीने में सहानुभूति
अपने दफ़न हो रही
मानवता दुख में है!
दुखी संसार हो रही
कोरोना काल में।
मिलते ही खबर कोरोना
इंसान दूर हो रहा!
नजदिकियाँ कम थी ही
स्तर और भी गिर रही
कोरोना काल में।
हे बलवीर संकट मोचक
संकट से अब उबार दो
संहार करो दुष्टिनी का
मानवता को संभालो!
कोरोना काल में।
क्या से क्या हो गया!
कोरोना तेरे काल में...
♨♨
✒.....धीरेन्द्र श्रीवास्तव (हृदय वंदन)
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