मोदीजी शून्य से शिखर तक....
जय हिन्द! जय भारत!
💌
नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी ऐसी सख्शियत हैं,
जोकि देश हो या विदेश सभी जगह प्रसिद्ध हैं।
मोदी जी हमारे देश के 15 वें प्रधानमंत्री के रूप
कार्यरत होकर देश को गौरवान्वित किए हैं।
मोदी जी भारत के स्वतंत्रता के बाद के प्रथम
प्रधानमंत्री हैं। आपकी व्यक्तित्व से प्रभावित
होकर आपके जीवन के अहम तथ्यों को
लिपिबद्ध करने का तुच्छ प्रयास किया है।
👇
मोदी नाम एक अधारा दुष्टजनों के पूरण संहारा!
मोदी जब नाम सुनाए गद्दारों के नींद उड़ जाए!
सत्तरह सितम्बर उन्नीस सौ पचास को मोदी जन्मे!
पिता दामोदर दास माता हीरा बेन को धन्य किए।
💌
मोदी जी मोध घांची तेली समुदाय वर्ण में उत्पन्ने।
भारत देश के अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में हैं आते।
धन्य हुए माता पिता और धन्य हुई है जन्मस्थली।
धन्य हुई वड़नगर, मेहसाना, गुजरात की धरती।
💌
इनकी महिमा बड़ी निराली दुष्टों को है दूर भगाती!
सन् चौदह में काशी आए माँ गंगा के पुत्र कहलाए!
नर में ही नारायण बसते ईश्वर अंश में धरा पर आए!
गरिबी में जन्म लेकर माता पिता जग धन्य किए।
💌
पिता दामोदर दास मोदी पाँच पुत्रों के पिता बने हैं!
सोमा, अमृत, नरेन्द्र, प्रहलाद व पंकज हैं कहलाए!
परिवार पूर्ण हुआ कन्या बन बहन बसंती जब आईं!
सभी ने गरिबी में लालन-पालन, शिक्षा-दिक्षा पाई।
💌
जीवन कठिनाइयों और बाधाओं से घिरा हुआ था!
चुनौतियों व मुश्किलों से डट कर सामना करना था!
अपने साहस से हर चुनौतियों को अवसर में बदला!
परिवार समर्थन लिए रेलवे स्टेशन पर चाय बनाया।
💌
शुरूआती शिक्षा वडनगर के स्थानीय स्कूल से पाई!
1967 तक हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई पूरी कराई!
परिवार मंशा से 1968 में जशोदा बेन से ब्याह रचाई!
पत्नी संग तलाक नहीं था; अलग जीवन धर्म निभाई।
💌
देशहित को सर्वोपरि बनाए परिवार व छोड़ी लुगाई!
घर छोड़ भ्रमण किए विविध संस्कृति अध्ययन किए!
ऋषिकेश एवं हिमालय जैसे स्थानों का दौरा किए!
सत्कर्म सेवा का भाव लिए कभी साधु बनना चाहे थे।
💌
नियति का सब चाल होता जन सेवा का ज्ञान मिला!
उच्च शिक्षा हेतु 1978 में दिल्ली यूनिवर्सिटी आ गए!
तत्पश्चात गुजरात यूनिवर्सिटी अहमदाबाद जहाँ से!
राजनीति में स्नातक एवं स्नातकोत्तर में शिक्षा पाए।
💌
बचपन की एक शरारती गाथा स्मरण कराता हूँ भाई!
एक दिन तालाब से घड़ियाल का बच्चा घर ले आए!
घर वाले हुए परेशान छोड़ने को नहीं हो रहे थे तैयार!
माता ने उनसे पूछा हमसे तुमको कोई अलग करें तो!
बात दिल में घर आई उसी पल तलाब में छोड़ आए।
💌
💌
नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी ऐसी सख्शियत हैं,
जोकि देश हो या विदेश सभी जगह प्रसिद्ध हैं।
मोदी जी हमारे देश के 15 वें प्रधानमंत्री के रूप
कार्यरत होकर देश को गौरवान्वित किए हैं।
मोदी जी भारत के स्वतंत्रता के बाद के प्रथम
प्रधानमंत्री हैं। आपकी व्यक्तित्व से प्रभावित
होकर आपके जीवन के अहम तथ्यों को
लिपिबद्ध करने का तुच्छ प्रयास किया है।
👇
मोदी नाम एक अधारा दुष्टजनों के पूरण संहारा!
मोदी जब नाम सुनाए गद्दारों के नींद उड़ जाए!
सत्तरह सितम्बर उन्नीस सौ पचास को मोदी जन्मे!
पिता दामोदर दास माता हीरा बेन को धन्य किए।
💌
मोदी जी मोध घांची तेली समुदाय वर्ण में उत्पन्ने।
भारत देश के अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में हैं आते।
धन्य हुए माता पिता और धन्य हुई है जन्मस्थली।
धन्य हुई वड़नगर, मेहसाना, गुजरात की धरती।
💌
इनकी महिमा बड़ी निराली दुष्टों को है दूर भगाती!
सन् चौदह में काशी आए माँ गंगा के पुत्र कहलाए!
नर में ही नारायण बसते ईश्वर अंश में धरा पर आए!
गरिबी में जन्म लेकर माता पिता जग धन्य किए।
💌
पिता दामोदर दास मोदी पाँच पुत्रों के पिता बने हैं!
सोमा, अमृत, नरेन्द्र, प्रहलाद व पंकज हैं कहलाए!
परिवार पूर्ण हुआ कन्या बन बहन बसंती जब आईं!
सभी ने गरिबी में लालन-पालन, शिक्षा-दिक्षा पाई।
💌
जीवन कठिनाइयों और बाधाओं से घिरा हुआ था!
चुनौतियों व मुश्किलों से डट कर सामना करना था!
अपने साहस से हर चुनौतियों को अवसर में बदला!
परिवार समर्थन लिए रेलवे स्टेशन पर चाय बनाया।
💌
शुरूआती शिक्षा वडनगर के स्थानीय स्कूल से पाई!
1967 तक हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई पूरी कराई!
परिवार मंशा से 1968 में जशोदा बेन से ब्याह रचाई!
पत्नी संग तलाक नहीं था; अलग जीवन धर्म निभाई।
💌
देशहित को सर्वोपरि बनाए परिवार व छोड़ी लुगाई!
घर छोड़ भ्रमण किए विविध संस्कृति अध्ययन किए!
ऋषिकेश एवं हिमालय जैसे स्थानों का दौरा किए!
सत्कर्म सेवा का भाव लिए कभी साधु बनना चाहे थे।
💌
नियति का सब चाल होता जन सेवा का ज्ञान मिला!
उच्च शिक्षा हेतु 1978 में दिल्ली यूनिवर्सिटी आ गए!
तत्पश्चात गुजरात यूनिवर्सिटी अहमदाबाद जहाँ से!
राजनीति में स्नातक एवं स्नातकोत्तर में शिक्षा पाए।
💌
बचपन की एक शरारती गाथा स्मरण कराता हूँ भाई!
एक दिन तालाब से घड़ियाल का बच्चा घर ले आए!
घर वाले हुए परेशान छोड़ने को नहीं हो रहे थे तैयार!
माता ने उनसे पूछा हमसे तुमको कोई अलग करें तो!
बात दिल में घर आई उसी पल तलाब में छोड़ आए।
💌
➤पढ़ाई के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक बन कैरियर बनाए। हिन्दू राष्ट्रवादी राजनीतिक दल के कारण दंस भी झेला। सन् 1975–77 में प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा जी के द्वारा आपात काल के दर्मयान संघ पर प्रतिबंध लग गया था। जिसके बावजूद भी नरेन्द्र मोदी जी ने संघर्ष नहीं छोड़ा! जी जान से राष्ट्रवाद के लिए राष्ट्रहित के लिए जूझते रहे! जिस दौरान मोदी जी का प्रबंधकीय, संगठनात्मक और लीडरशिप कौशल हिन्दुत्व प्रभुत्व देश के सामने आया।
➤इसके बाद नरेन्द्र मोदी राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में राजनीति में शामिल हुए संघ में लेखन का कार्य मिला। देश के प्रति समर्पण देश सेवा के भाव से सन 1985 में आरएसएस के माध्यम से भाजपा में शामिल किए गए।
➤सन 1987 पहली बार अहमदाबाद नगरपालिका चुनावी अभियान को व्यवस्थित किया भाजपा को जीत दिलाई 88-89 में बीजेपी की गुजरात ईकाई के महासचिव बने।
आपने ने लाल कृष्ण आडवाणी की 1990 की सोमनाथ अयोध्या रथ यात्रा के आयोजन में अहम भूमिका निभाई।
➤सन् 1995 में बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव और पांच राज्यों का पार्टी प्रभारी बनाकर देश सेवा का मौका दिया गया। सन् 1998 में आपको महासचिव (संगठन) बनाया गया। सन् 2001 में केशुभाई पटेल का मुख्यमंत्री पद रिक्त होने उपरान्त आप गुजरात में मुख्यमंत्री का कमान संभाला।
➤ आप द्वारा गुजरात में मुख्यमंत्री का कमान संभालने के उपरान्त गुजरात राज्य भयंकर भूकंप त्रासदी में घिर गया! गुजरात त्रासदी में 20 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे! मोदी के सत्ता संभालने के लगभग पांच महीने बाद गोधरा रेल हादसा हुआ जिसमें कई हिंदू कार सेवक मारे गए थे।
➤इसके ठीक बाद फरवरी 2002 में ही गुजरात में संप्रदायिक दंगे भड़क उठे इन दंगों में हजारों से ज्यादा लोग मारे गए। आप पर दंगे के आरोप प्रत्यारोप लगाए गए बदनामी झेला। परन्तु अपने कर्तव्य निर्वहन व कुशल कार्यशैली व नेतृत्व से! स्थितियों को सहजता से संभालते हुए पद पर आसीन रहे।
➤गुजरात दंगों असमान्य स्थितियों के कारण आप के खिलाफ कई देशों के विरोध वश अमरीका जाने का वीजा नहीं मिला। ब्रिटेन सरकार ने दस साल तक उनसे अपने रिश्ते तोड़े लिए।
मोदी ने सत्ता संभालने के साथ खुद व राजनीतिक संगठन मजबूत करने और राज्य के विकास के कामों में लगा दिया।
➤सबसे महत्वपूर्ण यह रहा कि दंगों के चंद महीनों के बाद ही आपने दिसंबर 2002 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की। आपको सबसे ज्यादा फायदा उन इलाकों में हुआ जो दंगों से सबसे ज्यादा प्रभावित थे जनता ने पूर्ण विश्वास दिखाया।अपने कुशल नेतृत्व से जनता के भरोसे व विश्वास को जीता।
➤इसके बाद 2007 के विधानसभा चुनावों में आपने गुजरात के विकास का मुद्दा बनाया और फिर जीतकर सत्ता में लौटे। सशक्त व कुशल नेतृत्व की वजह से आपने सन् 2012 में भी भाजपा गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत हासिल किया।
➤आपकी कार्य कुशलता कार्यशैली आपकी सोच अनोखा था! आप बहिर्मुखी प्रतिभा के धनी स्वच्छन्द ख़्यालात रखते थे! अनेक तरह के गेट अप व अनेक स्टाईल अपनाते रहते थे! कभी बाल बढ़ा लेते तो कभी दाढ़ी तो कभी क्लीन सेव भी। रंगमंच आपको खूब भाता था अपने रोल पर संजीदा रहे थे।
➤अपने क्रियात्मक शैली के कारण विचारों का शोध करते थे! उद्योग की बात हो या कृषि की, आपने लोगों के सामने एक बेहतर विकल्प देने की कोशिश की परिणाम सार्थक ही रहा! सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं ने कार्य को सही माना।
➤सन् 2014 में आप लोक सभा का चुनाव वाराणसी से लड़ा! भाजपा के साथ आपने ने ऐतिहासिक जीत हासिल किया। आजादी बाद बंपर जीत दर्ज करते हुए पहले प्रधानमंत्री बने आप भारतवर्ष के 14 वें प्रधानमंत्री के रूप में गौरवान्वित हैं।
➤23 मई को एक बार फिर आप वाराणसी से सांसद चुने गये। 30 मई को आपने दुबारा से प्रधानमंत्री पद की शपथ लिए। प्रधानमंत्री बनने के पहले से लेकर बाद तक आपने अनेंको भारत देशहित व विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किये।
न कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि न ही धन सम्पदा जुटाई!
शून्य से शिखर की यात्रा हिम्मत व कुशल रणनीति थी!
पुस्तक में रूची थी तभी वाद विवाद कला सुन्दर थी!
युग पुरूष हैं युग प्रणेता हैं शदियों बाद जनम लेते हैं।
💌myheart1971.blogspot.com
✒......धीरेन्द्र कुमार (हृदय वंदन)
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.