खर्राटा मच्छर पत्नी.....
🙊
रात मच्छर, पत्नी ने धुन छेड़ दी।
यार सुबह हो गयी मेल्हते मेल्हते।
मच्छर दूर हुआ फैन चालू किया।
झेल तब मैं गया धुन पत्नी चली।
खर्राटा पत्नी फर्राटा भरने लगी।
यार सुबह हो गयी मेल्हते मेल्हते।
दुश्मनों में मेरी रात ऐसी फंसी।
रात भर नींद मेरी तड़पती रही।
जालिम रात के दुश्मनी साधते।
बेचारे हम पति कुछ कर न सके।
नींद लगती नहीं प्यास लगती बड़ी।
परेशां हो गए बाथरूम जाते आते।
वो घड़घड़ाते रहे और सोते रहे।
थक गए हम उठक बैठक करके।
मच्छरों का ईलाज जैसे तैसे बहुत।
खर्राटे का ईलाज बताओ कोई।
यार सुबह हो गयी मेल्हते मेल्हते।
मच्छर दूर हुआ फैन चालू किया।
झेल तब मैं गया धुन पत्नी चली।
खर्राटा पत्नी फर्राटा भरने लगी।
यार सुबह हो गयी मेल्हते मेल्हते।
दुश्मनों में मेरी रात ऐसी फंसी।
रात भर नींद मेरी तड़पती रही।
जालिम रात के दुश्मनी साधते।
बेचारे हम पति कुछ कर न सके।
नींद लगती नहीं प्यास लगती बड़ी।
परेशां हो गए बाथरूम जाते आते।
वो घड़घड़ाते रहे और सोते रहे।
थक गए हम उठक बैठक करके।
मच्छरों का ईलाज जैसे तैसे बहुत।
खर्राटे का ईलाज बताओ कोई।
😀
✒....धीरेन्द्र श्रीवास्तव "धीर"
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