Pages

Saturday, 8 May 2021

आपन लरकईयां.....

आपन लरकईयां.....
🍁🍁☛..... #हृदयवंदन
जवन   आपन   जमाना  रहल
याद  आपन  लरकईयां भयल
घरवा  जब बियाह पड़त रहल
खटिया  तोसक  बर्तन भड़वा
मांग  जाच  सब  आवत रहल
मांगब जाचब शोहत भी रहल
                हंसी  खुशी  सबही  करत  रहल
                बुकनी  बोर  नाम  लिखत  रहल
                ठंण्डी  क  दिनवा  आवत  रहल
                दलाने ओसारे पुवरा पलत रहल
                बाबा दादी के संगही सुतत रहल
                कहानी किस्सा खुब सुनत रहल
उधम  चौकड़ी   मचत  रहल
बुढ़ पुरनिया खिसियात रहल
हाथ  पैना  ले  धौड़ाए  रहल
हमहने बदे तब बगईचा रहल
आती पाती चोरवा क जमल
खेलही  क  अपने  धून रहल
दूसर  कवनो  न जुनून  रहल
               पुरनक  बखतिया  निक  रहल
               मउजे  मउज  हमहने  क रहल
               कवनो   नाही   समस्या   रहल
               जवन  मिले  खा  लेवे के रहल
               खा  पी  कर  सुतही  के  रहल
               जवन   आपन   जमाना  रहल
आज  हेराई  लरकईयां गयल
बाबा दादी संग भैय्या न रहल
अब  कहानी  न किस्सा रहल
जवन जमाना अब आई गयल
खेलकूद अब  मोबाईल बनल
सब   अब  आनलाईन  भयल
🍁🍁
✒....धीरेन्द्र श्रीवास्तव "धीर"

No comments:

Post a Comment

Please do not enter any spam link in the comment box.

ससुराल मायका बहू बेटी...

ससुराल मायका बहू बेटी... 🍁🍁   ससुराल मायका बहू बेटी! दोनों जहान आबाद करती। मायके से ट्यूशन गर लिया, दुखों का जाल बिछा लेती। जहां कभ...